बिजली बिल माफ करने की मांग को ले किया प्रदर्शन

मधेपुरा / राष्ट्रीय आपदा बनी कोरोना महामारी में लॉक डाउन की वजह से बंद पड़े छोटे-बड़े उद्योग के साथ व्यापारिक प्रतिष्ठान विद्युत उपभोक्ताओं का उपचार घरेलू उपभोक्ताओं से छात्रावास के उपभोक्ताओं के बिजली बिल माफ करने की मांग को लेकर शनिवार को विद्युत प्रमंडल कार्यालय मधेपुरा के समक्ष एआईएसएफ के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया .प्रदर्शन का नेतृत्व एआईआईएफ के राष्ट्रीय पार्षद शंभू क्रांति ,जिला अध्यक्ष जितेंद्र कुमार मुन्ना एवं एआईवाएफ के जिला अध्यक्ष वसीम उद्दीन उर्फ नन्हे व सौरभ कुमार संयुक्त रूप से कर रहे थे।

इस अवसर पर संगठन के पूर्व राज्य सचिव एवं भाजपा नेता प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि यूपी ,महाराष्ट्र, गुजरात ,पंजाब ,राजस्थान ,तेलंगाना एवं झारखंड सहित कई राज्यों में बिजली बिल में राहत दी गई है एवं माफ की गई है ,उन्होंने कहा कि ऐसे में कोरोना संकट के बीच सरकार मार्च से जून तक बिजली बिल माफ करें अन्यथा संघर्ष होंगे.

युवा नेता संभू क्रांति एवं छात्र नेता वसीम उद्दीन उर्फ नन्हे ने कहा कि कमजोर तबके के प्रति बिहार सरकार संवेदनहीन है. इसी  मद्देनजर हर हाल में बिजली बिल माफ करें सरकार. हमें भाषण नहीं राहत चाहिए.

युवा नेता जितेंद्र कुमार मुन्ना एवं छात्र नेता सौरभ कुमार ने कहा कि जब से बिजली विभाग का निजीकरण किया गया है तब से उपभोक्ताओं का शोषण होता है .इन नेताओं ने कहा कि शोषण आधारित व्यवस्था सरकार बंद करें बिजली बिल माफ करें अन्यथा गंभीर परिणाम होंगे.

प्रदर्शन में एआईएसएफ नेता मोहम्मद रफी उर्फ मुन्ना ,देवराज कुमार यादव ,गौतम ,सूरज कुमार,अमर कुमार ,मन्नू यादव , वरुण मेहता, रोशन, रवि, राजू कुमार ,रणवीर सिंह यादव, पवन कुमार ,पिंटू कुमार यादव ,सोनू कुमार आदि शामिल थे।