उद्योगमंत्री से चौसा को अनुमंडल एवं ढोलबज्जा को प्रखंड बनाने का किया मांग

मधेपुरा/चौसा के रास्ते भागलपुर जा रहे बिहार के उद्योगमंत्री शाहनवाज हुसैन चौसा थाना चौक पर रुक कर भारत रत्न डॉ बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया। इस दौरान स्थानीय नागरिकों एवं भाजपा के नेताओं ने वस्त्र व फूल माला पहनाकर स्वागत किया।फिर कुछ देर चलते चलते पार्टी नेताओं से बातचीत भी किया।

इस दौरान स्थानीय भाजपा नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों ने चौसा को अनुमंडल बनाने एवं नवगछिया को जिला बनाकर उसमें जोड़ने की पुरजोर मांग की जबकि जदयू के वरिष्ठ नेता प्रो नवलकिशोर जायसवाल ने उद्योगमंत्री शहनवाज हुसैन को एक मांग पत्र देकर चौसा में उद्योग लगाने सहित मॉडल डिग्री कॉलेज खोलने की मांग किया।

उद्योग मंत्री सैयद शहनवाज हुसैन ने कहा कि इस इलाके से उनका लगाव बहुत पुराना है । विजय घाट पर बाबा विशु राउत सेतु एवं एसएच 58 रोड कार्य करने की बात कहते हुए कहा कि वीरपुर से बिहपुर तक सड़क एवं पुलिया निर्माण कार्य उनके प्रयास से संभव हो पाया है। ग्रामीणों मांग पर उन्होंने कहा चौसा को नवगछिया से जोड़ने एवं चौसा को अनुमंडल बनाने के प्रस्ताव पर समीक्षा कर विधानसभा में रखने की बात कहीं।

मौके पर मुख्य रूप से जदयू के वरिष्ठ नेता प्रो. नवल किशोर जायसवाल, भाजपा मंडल अध्यक्ष अरुण कुमार मंडल,पूर्व  मुखिया सूर्य कुमार पट्वे, श्रवण कुमार पासवान,युवा समाजसेवी जवाहर चौधरी,भाजपा के जिला महामंत्री मनोज शर्मा,महावीर राम अग्रवाल,अधिवक्ता विनोद आज़ाद,राज किशोर पासवान, सुबोध कुमार सुमन,मृत्युंजय कुमार भगत,भाजपा के युवा अध्यक्ष बिजेंद्र बीरा,भारत रत्न डा अम्बेडकर विचार फाउंडेशन, चौसा के अध्यक्ष सुबोध कुमार पासवान, भाजपा के युवा जिला अध्यक्ष मंटू कुमार यादव, रामस्वरूप मेहता,मो गुल्फराज,जदयू नेता मनोज सिंह कुशवाहा आदि मौजूद थे।

वहीँ दूसरी ओर नवगछिया के कदवा मिलन चौक में आयोजित एक कार्यक्रम में ग्रामीणों ने ढोलबज्जा को प्रखंड बनाने की मांग को लेकर एक आवेदन सौंपा। ग्रामीणों ने आवेदन में कहा है कि कोसी नदी पार ढोलबज्जा को नवगछिया प्रखंड से अलग कर प्रखंड का दर्जा दिलाया जाए। ताकि इस क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हो सके। इसका अधिकांश हिस्सा भागलपुर जिला के नवगछिया प्रखंड तथा कुछ हिस्सा पूर्णिया जिले के रुपौली प्रखंड व कुछ मधेपुरा जिले के चौसा प्रखंड के अंतर्गत पड़ता है , जिससे कारण यहां के लोगों को कोई भी कार्य करवाने में अधिक भाग-दौड़ करना पड़ता है।

तीन जिलों के अधीन आ जाने के कारण कई तरह की सुविधाओं और योजनाओं से यहां के लोग वंचित हो जाते हैं। जिसके चलते यहां का सम्पूर्ण विकास नही हो पाया है। मालूम हो कि करीब 30 वर्षो से भागलपुर जिला के ढोलबज्जा एवं खरीक को प्रखण्ड बनाये जाने की मांग की जा रही थी।खरीक को तो बहुत पहले ही प्रखण्ड का दर्जा मिल गया लेकिन आजतक ढोलबज्जा को प्रखण्ड का दर्जा नहीं मिल सका। जबकि ढोलबज्जा, खरीक से प्रखण्ड बनने के हरएक मापदण्ड पर आगे था।