नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ ने मनाया अपना तीसरा स्थापना दिवस

मधेपुरा/ बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ मधेपुरा इकाई का तीसरा स्थापना दिवस समारोह आज गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित चंपा विहार परिसर में मनाया गया।कार्यक्रम की शुरुआत भूपेंद्र नारायण मंडल सिंडीकेट सदस्य डॉ जवाहर पासवान द्वारा केक काटकर किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ के जिला अध्यक्ष सुबोध कुमार पासवान ने की जबकि संचालन जिला महासचिव संजय कुमार जायसवाल ने की।

इस दौरान आयोजित विचार गोष्ठी में संगठन के अब तक की उपलब्धियों पर चर्चा की गई। साथ ही गलतियों की पुनरावृत्ति न होने देने का संकल्प भी लिया गया। वक्ताओं ने संगठन के उद्येश्यों और लक्ष्यों पर भी विमर्श किया गया। भूपेंद्र नारायण मंडल सिंडीकेट सदस्य डॉ जवाहर पासवान ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के निर्माता व पथ प्रदर्शक हैं। शिक्षक कर्मवीर हैं।शिक्षा के उन्नयन में संगठन की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है।सरकार की गलत नीति के कारण शिक्षकों की हालत अत्यंत ही दयनीय है।सरकार आंदोलन करने के लिए मजबूर करती है।सरकार नही चाहती है हमारा समाज शिक्षित हो।समाज में शिक्षा के माध्यम से विचार पैदा नही हो इसलिए सरकार लगातार साजिश कर रही है।सरकार छात्र एवं अभिभावकों के बीच यह भाव पैदा कर दिया गया है शिक्षक विद्यालय में पढ़ाते नही है।जिसके कारण शिक्षकों के प्रति समाज में अच्छा भाव नही है।जिस कार्य के लिए शिक्षक अधिकृत हैं यदि वही कार्य केवल शिक्षक से लिया जाय तो राज्य में शिक्षा का प्रतिशत बढ़ जाएगा।सरकार शिक्षा व्यवस्था को ही चौपट कर दिया है।शिक्षकों की हर समस्या का समाधान व शासन तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है।उन्होंने शिक्षकों से सक्रियाता से काम करने एवं नये संकल्पों के साथ कार्य करने का आह्वान किया।

जिला संरक्षक सुभाष पासवान ने संगठन को भविष्य की चुनौतियों पर आगाह करते हुए शिक्षकों से संगठन को मजबूत करने के लिए काम करने की अपील किया।उन्होंने कहा कि मुट्ठी भर लोग संविधान को धरातल पर शत प्रतिशत उतरने ही नही देता है।मंहगाई चरम सीमा पर है।सरकार नियोजित शिक्षकों के साथ दोहरी नीति करती है।जिसके कारण हम शिक्षकों के साथ यह समस्या है।सभी शिक्षक संघो को एक साथ सरकार से लड़ाई लड़ने की जरूरत है।

जिला अध्यक्ष सुबोध कुमार पासवान ने कहा कि अभी हमारी लड़ाई अधूरी है। इस लड़ाई को अंतिम मुकाम तक ले जाने के लिए हमें संघर्ष और एकता के मूल मंत्र को अपनाना होगा।उन्होंने कहा किसी भी हाल में मैं शिक्षक के प्रति उनके कामों के प्रति पूरी ईमानदारी के साथ करने के लिए तैयार हूं और रहूंगा ।सभी साथी से निवेदन है कि आप इस संगठन के प्रति अपनी भावना को बनाए रखें।

समारोह को सम्बोधित करते हुए जिला प्रवक्ता अरविंद कुमार आनंद ने कहा कि यह बिहार राज्य का शिक्षक संगठन है जो अपने स्थापना काल से ही शिक्षकों के हक व अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहा है।चौसा प्रखंड अध्यक्ष पंकज भगत ने कहा कि आज शिक्षक निराश है। ऐसी परिस्थिति में शिक्षा में गुणात्मक विकास की बात करना बेमानी है। यदि सरकार शिक्षा में विकास की करना चाहती है तो उसे शिक्षकों को उचित वेतनमान एवं सम्मान देना होगा। तभी शिक्षक संघर्ष छोड़ कक्षा में पढ़ाने का कार्य करेंगे। जिला मीडिया प्रभारी सत्यप्रकाश गुप्ता ने कहा कि हमें संगठित होने की जरूरत है।हम संगठित होंगे तभी कोई भी सरकार हमारी मांगों को मानने के लिए मजबूर होगी।

मौके पर जिला प्रतिनिधि ब्रह्मानन्द कुमार,रघुवंश रजक,रामप्रवेश कुमार,शिव सक्सेना, लालू कुमार भारती, पवन कुमार,शंभु कुमार,किशोर क्रांति समेत दर्जनों शिक्षक उपस्थित थे।