छातापुर: सुहागिन महिलाओं ने भक्तिमय माहौल में श्रद्धा पूर्वक किया व्रट सावित्री पूजा

छातापुर।सुपौल/संजय कुमार भगत/ छातापुर में पति की दीर्घायु और जीवन मंगल की कामना को लेकर गुरुवार को सुहागिन महिलाओं ने वट वृक्ष की पूजा-अर्चना की। छातापुर प्रखंड मुख्यालय समेत प्रखण्ड क्षेत्र बलुआ, लक्ष्मीनियाँ, मधुबनी, भीमपुर,बिशनपुर , जीवछपुर आदि पंचायतों में सुहागिन महिलाओं ने मान्‍यताओं को जीवंत करने सुबह-सवेरे व्रत की तैयारी के निमित कार्य मे जुट गई। जिसके बाद तैयारी पूरी कर पण्डित पुरोहित के नेतृत्व ने वट सावित्री पूजा को विधि विधान पूर्वक किया।

पर्व को लेकर दिन भर क्षेत्र का महौल भक्तिमय बना रहा। कुछ महिलाएं वट वृक्ष के पेड़ के पास जाकर वट सावित्री पूजा को सम्पन्न किया। हालांकि, इस दौरान कई जगहों पर सामाजिक दूरी का पालन भी किया जा रहा था। वही अधिकांश सुहागिन महिलाओ ने कोरोना काल को देखते हुए वट वृक्ष के तने को अपने अपने आंगन में ही व्यापक साज सज्जा के साथ लगा कर विधिविधान पूर्वक उनकी पूजा की। छातापुर मुख्यालय बाजार में पंडित राज किशोर गोस्वामी, गोपाल गोस्वामी तथा करण गोस्वामी ने पूजा अर्चना करवाई। जबकि अन्य पंचायतों में अलग अलग पुरोहितों के मार्गदर्शन में व्रती ने पूजा अर्चना की।

छातापुर मुख्यालय बाजार के वार्ड 6 निवासी व्रती उषा देवीने बताया कि पति की लम्बी उम्र की कामना समेत समस्त परिवारिक जनो के कल्याण का यह पर्व पूरी मान्यता के साथ महिलाओं द्वारा की जाती है। उस पर्व का खास महत्व है। बताई की इस पर्व में वट वृक्ष की पूजा अर्चना की जाती है। मान्यता है कि इस दिन माता सावित्री ने अपने दृढ़ संकल्प और श्रद्धा से यमराज द्वारा अपने मृत पति सत्यवान के प्राण वापस पाए। इसलिए महिलाओं के लिए ये व्रत बेहद ही फलदायी माना जाता है। इस दिन सुहागन महिलाएं पूरा श्रृंगार कर बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं। वट वृक्ष की जड़ में भगवान ब्रह्मा, तने में भगवान विष्णु व डालियों, पत्तियों में भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है। महिलाएं इस दिन यम देवता की पूजा करती हैं।

मौके पर रिम्मी कुमारी, मुकेश कुमार, सोनू भगत, फुलेश्वरी देवी, अक्षय कुमार, स्नेहा कुमारी, संतोष कुमार, संजय कुमार आदि थे।