बिहार में गहराता जा रहा पानी का संकट

मिसबाहुल इस्लाम,
कोशी टाइम्स@ फारबिसगंज

जल ही जीवन है इस वाक्य को तो सब जानते है,पर जिस तरह से बारिश का होना कम हुआ है पीने योग्य पानी अब जैसे ईंधन तेल जैसे मिलने की संभावना लग रही है। पानी का संकट अब हर जगह है, हाँ अब बिहार भी इस की चपेट में है। बिहार में जिन जिलों में जल की समस्या है उनमे वैशाली, जमुई, नवादा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और मधुबनी, दरभंगा का इलाका जहां कदम-कदम पर तालाब हुआ करता था वहां अब पानी नहीं है. बिहार की बात करें तो यहां नदियों का जाल बिछा है। फिर भी वह जल-संकट की समस्या से जूझ रहा है। राज्य के पश्चिमी हिस्से में भू-जल स्तर धीरे-धीरे नीचे की ओर जाने लगा है। लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरसने लगे हैं। इस धरती पर तालाब कहां गए। तालाब सूख गए तो लोगों को लगा कि बोरिंग से काम चल जाएगा मगर बोरिंग से भी पानी ऊपर नहीं आ रहा है. दरभंगा में 9 ऐसे विशाल तालाब हैं जो 900 साल से अधिक पुराने हैं जो ज्यादातर सूख गए हैं. बारिश की कमी भी समस्या की एक बड़ी वजह है. मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि बिहार में पिछले 13 वर्षों से औसत बारिश 800 मिमी से थोड़ी अधिक हो रही है. वहीं, डेढ़ दशक पहले बिहार में 1200 से 1500 मिमी बारिश होती थी. बारिश में कमी होने से सिंचाई व पेयजल के लिए ग्राउंड वाटर पर निर्भरता बढ़ी है. साथ ही कम बारिश होने से जमीन के अंदर कम पानी जा रहा है. ऐसे में जमीन के नीचे से जितनी मात्रा में पानी निकाला जा रहा है, उतनी मात्रा में उसकी भरपाई नहीं हो पा रही है. कमोबेश यही स्थिति झारखंड की भी है. दरअसल हमें स्थिति की गंभीरता का एहसास नहीं है. भूजल विशेषज्ञों का मानना है कि 2040 तक पीने के पानी की मांग और आपूर्ति में भारी अंतर हो जायेगा. अगर हमने बिहार की जल व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया तो ये स्थिति बिहार के अन्य जिलों तक पहुंचने में देर नहीं लगेगी। कई गांव ऐसे हैं जहां पानी की गुणवत्ता इतनी निम्न स्तर की है कि लोग विभिन्न बीमारियों से पीड़ित रहते हैं। बहरहाल, बिहार की राज्य सरकार को जल्द से जल्द पानी की समस्या से छुटकारा पाना होगा। गांवों में घरों से निकलने वाला पानी भी बेकार नहीं जाना चाहिए। गांवों में सोख्ता (सोक पिट) बनाए जाने चाहिए जो भूजल को रिचार्ज करने में मददगार साबित होगा इसके अलावा बारिश का पानी पाइपों के माध्यम से सूख चुके पास के तालाबों में पहुंचाकर उन्हें पुनर्जीवित किया जा सकता है।