त्रिभुवन ठाकुर/राजा वर्मा@अररिया
अररिया||फारबिसगंज ।। स्थानीय अर्धर्निर्मित हवाई अड्डा मैदान में आयोजित सभा मे नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत स्थानीय भाषा में की और कहा कि मिथिलावासी, अहां सब के गोड़ लागै छी। फणीश्वर नाथ रेणू की धरती से लोगों को संबोधित करने से पहले उन्हें याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मैला आंचल में एक पंक्ति है-
‘मैं साधना करूंगा, ग्रामवासिनी भारतमाता के मैले आंचल तले’
आज ये पंक्तियां इसलिए भी अहम हैं, क्योंकि कुछ लोगों को अब ‘भारत माता की जयकार’ पर दिक्कत होने लगी है। जिन्हें भारतमाता से दिक्कत होगी, जो भारत तेरे टुकड़े होंगे के नारे लगाने वालों का साथ देंगे, वो भारत के विकास के लिए साधना भी कैसे कर पायेगे ? किसी भी जाति से पहले, किसी भी पंथ से पहले, हम भारतीय हैं। हमारी पहचान भारतीय है। 26/11 को मुंबई में जब आतंकियों ने हमला किया था, तो कांग्रेस और उसके साथियों की सरकार ने क्या किया था? तब देश के वीर जवानों ने पाकिस्तान में घुस कर बदला लेने की इजाजत मांगी थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने मना कर दिया।
क्यों?
क्योंकि, उसे वोटबैंक की राजनीति करनी थी। सबको पता था कि आतंकी पाकिस्तानी थे। लेकिन, कांग्रेस औऱ उसके साथियों ने पाकिस्तान को सजा देने के बजाय हिंदुओं के साथ आतंकी शब्द चिपकाने के लिए साजिशों पर ध्यान लगाया। योजना बनाकर जांच की पूरी दिशा ही भटका दी गयी। ये भी इसलिए किया गया, क्योंकि कांग्रेस औऱ उसके महामिलावटी साथियों को वोटबैंक की राजनीति करनी थी।
देशभक्ति की राजनीति क्या होती है, ये आपने पहले उरी हमले के बाद देखा और फिर पुलवामा हमले के बाद। पहले सर्जिकल स्ट्राइक हुई और फिर एयर स्ट्राइक। परिणाम ये है कि जो पाकिस्तान पहले चोरी और सीनाजोरी दोनों करता था, अब दुनियाभर में गुहार लगा रहा है। भारत ने आतंकियों को घुसकर मारा भी और पाकिस्तान को पूरी तरह से अलग-थलग भी कर दिया। इसी तरह की वोट बैंक की राजनीति की गयी थी, जब दिल्ली के बाटला हाउस में हमारे वीरों ने अनेक बम धमाकों में शामिल आतंकियों को मारा था। लेकिन, आतंकियों पर कार्रवाई से खुश होने के बजाय, कांग्रेस के बड़े नेताओं की आंख में आंसू आ गये थे।
मालूम हो कि चुनावी सभा को संबोधित करने से पहले जनता से रूबरू होते हुए प्रधानमंत्री ने तपती धूप में इंतजार करने के लिए लोगों से क्षमा मांगी। उन्होंने कहा कि ‘आप इस ताप (तेज धूप) में जो तप कर रहे हैं, ये तपस्या मैं बेकार नहीं जाने दूंगा। ब्याज सहित लौटाऊंगा। विकास करके लौटाऊंगा। उन्होंने कहा कि यहां आये सभी लोगों को मैं धन्यवाद देता हूं। आपके आशीर्वाद से ही मैं सेवक बना। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय सहित कई लोग मौजूद थे।