आक्रोशित लोगों ने कहा आगामी विधानसभा चुनाव में नेताओ को नही मिलेगी इंट्री

त्रिवेणीगंज,सुपौल/ त्रिवेणीगंज प्रखंड अंतर्गत बघेली पंचायत के बीच से गुजरने वाली सड़क आठ वर्षों से जीर्णोद्धार का बाट जोह रहा है.प्रधानमंत्री सड़क योजना से 2010 में साढ़े छह करोड़ की लागत से बनने वाली करीब सात किलोमीटर लंबी सड़क का 13 माह में निर्माण तो कर दिया गया.लेकिन निर्माण के बाद आज तक इस सड़क की किसी ने सुधि नही ली .हालत ऐसे है कि सड़क पर वाहनों का आवागमन तो दूर लोगो को पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है ।

दरअसल जिले के 50 हजार आबादी के साथ आस पास के मधेपुरा ,पूर्णिया व अररिया जिले के करीब 5 लाख से अधिक आबादी के आवागमन के लिए मुख्य उपयोगी सड़क है .हाल यह है कि लोगों को अपने जरूरत के कार्य पूर्ण करने के लिए स्वयं के खर्च पर जगह जगह सड़क का जीर्णोद्धार कर अपना कार्य पूरा करना होता है .लोगों का आक्रोश का आलम यह है कि इस बार वे इस पंचायत में सभी नेताओं की इंट्री बंद करेंगे.
सड़क बनने के बाद अब तक किसी ने नही ली सुधि : ग्रामीण मो आसिफ ,मो रहमान आदि ने बताया कि करीब सात किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण 13 माह में पूरा हो गया.लेकिन आज तक मेंटेनेंस कार्य नही होने से सड़क की स्थिति धीरे धीरे जर्जर होती गयी .और हालत ऐसे है कि सड़क पर वाहन तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल है।

निर्माण के बाद कभी नही हुआ मेंटनेंस कार्य : स्थानीय ग्रामीण मो जियाउद्दीन ,हबीबुर्रहमान आदि ने बताया कि किसी भी सड़क निर्माण के बाद 5 साल तक ठेकेदार को मेंटेनेंस का कार्य करना पड़ता है.लेकिन इस सड़क के निर्माण बाद ठेकेदार तो कभी मेंटेनेंस नही किया.जिसके कारण सड़क निर्माण के साथ ही जर्जर होने लगा।

सांसद और विधायक ने दिया ध्यान : स्थानीय ग्रामीण तनवीर आलम ,मो अरसे आलम ,महबूब आलम आदि ने बताया कि जर्जर सड़क को लेकर सांसद व विधायक तक को लिखित व मौखिक शिकायत किया गया.लेकिन किसी ने इस पर ध्यान देना मुनासिब नही समझा। बताया कि इस बार बघेली पंचायत की 17 हजार आवाम ने निर्णय लिया है कि चुनाव में जुमलेबाज नेताओ को गांव में इंट्री नही मिलेगी और यहाँ के लोग अपना मत उस नेता को देंगे जिसमे विकास करने की काबिलियत होगी।