मजदूरों, महिलाओं और बच्चों की मौत से मची हाहाकार के बीच अमित शाह की वर्चुअल रैली जले पर नमक छिड़कने जैसा

प्रियांशु कुमार/ समस्तीपुर, बिहार/ बगैर पूर्व तैयारी के लाकडाउन किए जाने से मची अफरातफरी से बड़ी संख्या में मजदूरों, महिलाओं एवं बच्चों की मौत से मची हाहाकार के बीच अमित शाह द्वारा आहूत वर्चुअल रैली जले पर नमक छिड़कने जैसा है इसलिए रैली के दिन 7 जून को वामदलों के संयुक्त आह्वान पर राजग सरकार के खिलाफ घोषित विश्वासघात और धिक्कार दिवस का पालन करते हुए भाकपा माले कार्यकर्ता पंचायत एवं प्रखंड स्तर पर धरना- प्रदर्शन करेगी. शहर के शास्त्री गली में माले स्थाई समिति की बैठक को संबोधित करते हुए उक्त बातें भाकपा माले के पोलिट ब्यूरो सदस्य सह खेग्रामस के राष्ट्रीय महासचिव का० धीरेन्द्र झा ने कहा.

बैठक की अध्यक्षता जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार ने किया. मौके पर फूलबाबू सिंह, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, जीबछ पासवान, मिथिलेश कुमार, सुखलाल यादव आदि उपस्थित थे. बतौर पर्यवेक्षक का० धीरेन्द्र झा ने कहा कि 30 जनवरी को कोरोना से केरल में पहली मौत हुई थी लेकिन मोदीजी द्वारा नमस्ते ट्रंप और मध्यप्रदेश में विधायक खरीद योजना के कारण 25 मार्च को लाकडाउन किया गया. इस वजह से कोरोना के प्रसार में देश में तेजी आई. एक ओर चाईना लाकडाउन, बेहतर मेडिकल व्यवस्था से मात्र एक ही राज्य में कोरोना को रोक लेता है वहीं बदतर मेडिकल सुविधा, सरकारी व्यवस्था के कारण लाकडाउन के बाबजूद देश के सभी राज्यों में कमोवेश कोरोना का प्रसार हुआ. कोरोना रोकने के बजाय सरकार सीएए आंदोलनकारियों को मोदी सरकार निशाना बना रही है. ठीक उसी तरह बिहार में लाकडाउन की आड़ में दलित- गरीबों पर सामंती हमला बढ़ा है.

गोपालगंज से लेकर मधुबनी तक गरीब- दलितों के आंदोलनकारियों पर हमला, हत्या किया जा रहा है. इसे भाकपा माले बर्दाश्त नहीं करेगी. इसके खिलाफ आंदोलन तेज किया जाएगा. अपने अध्यक्षीय संबोधन में जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार ने कहा कि जिले में मनरेगा एवं पीडीएस में व्यापक लूट मची है. इसके खिलाफ आमजनों को इकट्ठा कर निर्णायक आंदोलन खड़ा किया जाएगा।