कटिहार: एम्बुलेंस सेवा नहीं म‍िली तो ठेले पर लादकर अपनी बीमार पत्नी को ले गया अस्पताल

कोसी टाइम्स प्रतिनिधि@ कटिहार

बीमार मरीजों को अस्‍पताल तक ले जाने के ल‍िए शुरू की गइ एम्बुलेंस 108 सेवा अब आम गरीबों को धोखा दे रही है। कटिहार जिले के फलका अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की लोक सेवा और तत्परता के दावों की हवा निकल चुकी है। सरकार से लेकर बड़े अधिकारी तक बार-बार स्वास्थ्य सेवा सुधारने के बड़े-बड़े दावे तो करते हैं पर सच्चाई यह है कि आज तक यह धरातल पर नहीं उतर पाई है।

जिस 108 नंबर की सेवा का अखबार और टीवी में बड़े बड़े सरकारी विज्ञापन देकर लाभकारी और गरीबों के लिये सदुपयोगी बताया जाता है। विज्ञापन में यह भी दिखाने का प्रयास किया जाता है कि यह गरीबो की सरकार है, और गरीबो के लिए कार्य करती है। साथ ही गरीबो का रहनुमा बनकर सरकार खुद अपनी पीठ भी थपथपाती है। उसकी हकीकत कटिहार जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फलका में देखने को मिला।


फलका प्रखंड के सालेपुर महेशपुर गांव निवासी चाय की दुकान चलाने वाले फुरकान को इस नंबर से वक्त रहते मदद नहीं मिली। बाद में बहुत इंतजार करने के बाद जब उसकी पत्नी अफसाना की तबियत काफी बिगड़ने लगी तो बीमार पत्नी को ठेले पर लेकर वह अस्पताल की ओर चल पड़ा।

उसके घर से अस्पताल की दूरी करीब 03 किलोमीटर है। इस विडियो में आप देख रहे हैं कि फुरकान चिलचिलाती धूप में बीमार पत्नी को ठेले पर सुलाकर अपने सास की मदद से छाता से थोड़ी छाया कर फलका अस्पताल ले जा रहा था।

बीमार पत्नी को ठेले पर लादकर अस्पताल ले जाते हुए

फिलहाल मरीज अफसाना तो ठीक है, लेकिन इस कारनामे से स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल कर रख दी है कि सरकार गरीबो के प्रति कितनी गम्भीर है। ये हालात सिर्फ फुरकान के साथ नहीं बल्कि बिहार के सैकड़ो मरीज के साथ रोजाना घटित हो रहा है। लेकिन सरकार सिर्फ विज्ञापन देकर अपनी पीठ थपथपाने में जुटी हुई है।

आखिर गरीबों के साथ इस तरह की घटिया मजाक कब तक चलता रहेगा, सरकार और स्वास्थ्य विभाग को इसका जबाब देना होगा।